गीतकार गुलशन बावरा ने झेला देश के बटवारा का दर्द, कलम उठाई और लिख डाला “मेरे देश की धरती सोना उगाले”

गीतकार गुलशन बावरा ने झेला देश के बटवारा का दर्द, कलम उठाई और लिख डाला “मेरे देश की धरती सोना उगाले”

गुलशन बावरा के नाम से लोकप्रिय फिल्म गीतकार गुलशन मेहता ने अपने गीतों से हिंदी फिल्म उद्योग को मंत्रमुग्ध कर दिया और आज उनके गीत विभिन्न अवसरों के लिए रत्न बन गए हैं। उन्होंने 49 साल के सिनेमा में करीब 250 गाने लिखे और आज भी सभी गाने हिट हैं। अविभाजित भारत में शेखपुरा (अब पाकिस्तान) में जन्मे गुलशन मेहता को फिल्म वितरक शांतिभाई पटेल ने बावरा उपनाम दिया था। बाद में पूरी फिल्म इंडस्ट्री उन्हें इसी नाम से बुलाने लगी।

लाहौर के पास शेखूपुरा गांव में जन्मे गुलशन ने अपनी आंखों के सामने अपने पिता और चाचा की हत्या देखी। उसकी बहन जयपुर में थी और गुलशन को अपने पास ले आई। यहां आकर वे दिल्ली आ गए और डीयू से कविता की पढ़ाई करने लगे। इसके बाद वे पश्चिम रेलवे में क्लर्क के पद पर मुंबई आ गए।

यह 1955 की बात है। मुंबई में उन्होंने क्लर्क के रूप में काम किया, लेकिन दिल ने फिल्मों के लिए गाने लिखे। उनके पास अभी भी संघर्ष के दिन थे और एक दिन इस संघर्ष ने उन्हें संगीतकार कल्याण विरजी शाह से मिलवाया। कल्याणजी ने गुलशन बावरा को चंद्रसेन से ब्रेक दिया। उनका पहला फिल्मी गाना ‘मैं क्या जानू कह लागे ये सावन मतवाला रे’ 23 अगस्त 1958 को रिकॉर्ड किया गया था और इसे लता मंगेशकर ने गाया था। गुलशन बावरा ने फिल्म सट्टा बाजार में कल्याणजी आनंदजी के संगीत के साथ 3 गाने लिखे। पहले शैलेंद्र, हसरत जयपुरी, इंदीवर इन गानों के लिए चर्चा में थे लेकिन जब शांतिभाई पटेल (फिल्म के वितरक) ने गुलशन मेहता के गाने सुने तो वे प्रभावित हुए।

इसलिए उपनाम बवार मिला

गुलशन ने उस समय रंग-बिरंगे कपड़े पहने हुए थे और उनका स्वभाव देखकर शांतिभाई ने अपने नाम में बावरा जोड़ लिया। तभी से वे गुलशन बावरा बन गए। इसके बाद उन्होंने कल्याणजी-आनंदजी के संगीत निर्देशन में 69 गीत लिखे। जब आर.डी. बर्मन के साथ 150 गाने लिखे। उन्होंने ‘सनम तेरी कसम’, ‘अगर तुम ना होते’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘ये वड़ा रहा’, ‘हाथ की सफाई’ और ‘रफू डिजी’ को अपने गानों से शोभायमान किया। बावरा ने फिल्म ‘उपकार’ में ‘मेरे देश की धरती’ और फिल्म ‘जंजीर’ में ‘यारी है ईमान मेरा’ गाने के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।

admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *