Gujarat: पूर्व सीएम शंकर वाघेला ने दिए घर वापसी के संकेत, अर्जुन मोढवाडिया बोले- कांग्रेस में हमेशा स्वागत

पूर्व मुख्यमंत्री वाघेला ने पिछली फरवरी में कहा था, ‘मैं भाजपा से लड़ने के लिए बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार हूं। मुझे कांग्रेस में शामिल होने में कोई दिक्कत नहीं है।”
गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ अर्जुन मोढवाडिया ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला की पार्टी में वापसी के संकेत दिए। मोढविया ने कहा कि वाघेला का पार्टी में हमेशा स्वागत है।
वाघेला और कांग्रेस नेता अर्जुन मोढविया ने यहां एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। वे यहां भ्रष्टाचार के एक मामले में गवाह के तौर पर पेश होने के लिए जारी समन को लेकर बात कर रहे थे। वाघेला दो दशक तक कांग्रेस के साथ रहे। लेकिन साल 2017 में उन्होंने विपक्ष के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया था।
पार्टी आलाकमान तय करेगा वागेला की वापसी
मोढवाडिया से जब सवाल किया गया कि क्या ये मंच साझा करना संकेत है कि वाघेला पार्टी में लौट सकते हैं, तो इस इस पर उन्होंने कहा- बापू (जैसा कि वाघेला को कहा जाता है) के लिए कांग्रेस में शामिल होने के मार्ग प्रशस्त किया गया है, यह उन्हें और पार्टी आलाकमान को तय करना है। वहीं ये सवाल वाघेला से किया गया तो उन्होंने कहा, मोढवाडिया ने जो कहा सही कहा है।
वाघेला ने कहा था- भाजपा के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस में शामिल होने में कोई दिक्कत नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री वाघेला ने पिछली फरवरी में कहा था कि उन्हें भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए कांग्रेस में शामिल होने में कोई दिक्कत नहीं है। वाघेला ने कहा था, मैं भाजपा से लड़ने के लिए बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार हूं। मुझे कांग्रेस में शामिल होने में कोई दिक्कत नहीं है। मैं दिल्ली में मैडम सोनिया जी और राहुल गांधी से मिलने का उचित निर्णय लूंगा। गुजरात में इस साल के अंतर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
कांग्रेस से नाता तोड़ राकांपा में शामिल हुए थे वाघेला
गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री वाघेला लगभग दो दशक तक कांग्रेस के साथ रहे। 2017 में उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ने का फैसला किया था। तब वह गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। इसके बाद 2019 में वह राकांपा प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में राकांपा में शामिल हो गए।
भाजपा से हुई थी वाघेला के राजनीतिक करियर की शुरूआत
वाघेला ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भाजपा से की थी। 1995 में भाजपा के राज्य की सत्ता में आने और उनके बजाय केशुभाई पटले को मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद वाघेला ने भगवा संगठन में विभाजन किया और 1996 में कांग्रेस के बाहरी समर्थन से मुख्यमंत्री बने। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। वह मनमोहन सिंह सरकार केंद्रीय कपड़ा मंत्री भी रहे।
विपुल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला
मोढवाडिया और वाघेला ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्हें पूर्व गृहमंत्री और सहकारिता मंत्री विपुल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में गवाह के रूप में पेश होने के लिए मेहसाणी एक अदालत ने समन जारी किया है।
दोनों ने नेताओं ने बताया कि उन्हें अदालत ने 6 अक्तूबर को मामले में गवाह के रूप में पेश होने के लिए बुलाया है। उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा पर अपने फायदे के लिए कानून का दुरुपयोग रने का आरोप लगाया और कहा कि वे इस कोशिश का मुकाबला करेंगा और मेहसाणा में एक विशाल रैली निकालेंगे।
गुजरात एसीबी ने पिछले महीने चौधरी को गिरफ्तार किया था। उन पर दूधसागर डेयरी के अध्यक्ष रहते हुए करीब 800 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितता करने का आरोप है।