संजय दत्त की बेटी का दुख छलका , कहा- मैंने दर्द के साथ जीना सीख लिया है

संजय दत्त की बेटी त्रिशाला अक्सर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में बनी रहती है.त्रिशाला सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती है.और अपने फैन्स के साथ जुड़े रहने के लिए वो कई बार उनके लिए Ask me anything का सेशन भी रखती रहती है.
बॉलीवुड स्टार की बेटी होने के बावजूद त्रिशाला भले ही फिल्मों से दूर हो लेकिन वो सोशल मीडिया पर काफी फेमस है. फैन्स उनकी हर पोस्ट पर ढेरों लाइक देते हैं. त्रिशाला सोशल मीडिया पर अपनी जिंदगी का हर अनुभव अपने फैन्स के साथ शेयर करती है. हाल ही में उन्होंने एक पोस्ट के जरिए अपने ट्रामा के अनुभव को फैन्स के साथ शेयर किया है.
ट्रॉमा आपकी सोच को सकरात्मक बना देता है
दरअसल त्रिशाला ने सोशल मीडिया पर फैन्स को जब उनसे सवाल पूछने के लिए कहा तो एक फैन ने उनसे पूछा कि वो अपनी जिंदगी में सबसे ज्यादा किस चीज को महत्व देती है. इसपर त्रिशाला ने लिखा कि, हर किसी को उम्मीद है कि वो दुर्घटना, बीमारी, नुकसान या हिंसा से अपनी जिदंगी खराब होने से बचाएंगे. लेकिन दुर्भाग्य से हममें से कुछ लोग ऐसा कर पाते हैं. अपनी सोच को सकारात्मक बनाने के जिंदगी में अगर आप किसी ट्रॉमा से गुजरे हो तो वो आपकी बहुत मदद करता है. ट्रॉमा के बाद इंसान और ज्यादा मजबूत हो जाता है.
मैंने दर्द के साथ जीना सीख लिया है
त्रिशला आगे लिखा, मेरी जिंदगी में ट्रॉमा ने मुझे एक ऐसा रास्ता दिखाया है.जिसे मैं खुद कभी नहीं ढूंढ पाती. कई बार देखा जाता है कि इंसान की जिंदगी ट्रॉमा के इलाज के साथ शुरू होती है. सही माहौल और मानसिकता को देखते हुए फिर से मेरे लिए ट्रॉमा, दर्द और संघर्ष का मतलब बदल सकता है, जो मुझे जिंदगी को सही से जीना सिखाएं और मुझे और अच्छा और बेहतर इंसान बनाए. इसलिए इससे दूर भागने की जगह मैंने अपने ट्रॉमा, नुकसान और दर्द के साथ दोस्ती करना सीखा है.मेरा मकसद इसे खत्म करना नहीं है.क्योंकि दर्द कभी खत्म नहीं होता. दर्द के साथ जीना ही मेरा मकसद है. और इसके साथ मैं ठीक हूं.